झारखण्ड पवेलियन में बिरसा मुंडा जयंती केक काट मनाया गया

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प्रगति मैदान में जारी 36वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मंगलवार का दिन पूरी तरह झारखण्ड पवेलियन के नाम रहा। झारखण्ड प्रदेश की स्थापना के 16 वर्ष पूरे होने और आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को झारखंड पवेलियन में ख़ास समारोह आयोजित किया गया, जिसका दर्शकों ने खूब आनंद लिया।

इस अवसर पर पवेलियन में बिरसा मुंडा के जन्मदिन का केक काटा गया। पवेलियन में आने वाले सभी दर्शकों को केक और मिठाई से मुंह मीठा कराया गया। गौरतलब है क़ि बिरसा मुंडा 19वीं सदी के एक प्रमुख आदिवासी जननायक रहे। उनका जन्म 15 नवंबर को झारखण्ड के खूँटी में हुआ था। उनके नेतृत्व में 19वीं सदी के अंतिम वर्षों में मुंडाओं के महान आंदोलन ‘उलगुलान’ को अंजाम दिया गया। मुंडा समाज के लोग बिरसा को भगवन के रूप में पूजते हैं। उन्होंने मुंडा लोगों को अंग्रेजों से मुक्ति पाने के लिए मुनफ विद्रोह में भी ख़ास भूमिका निभाई थी।

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इस अवसर पर झारखंड के उद्योग निदेशक के रवि कुमार ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए काफी गर्व का दिन है। आज बिरसा मुंडा जयंती तो है ही, साथ ही वर्ष 2000 में आज ही के दिन झारखण्ड एक नए प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आया था। हमें व्यापार मेले में इस ख़ुशी को मानते हुए काफी गर्व की अनुभूति हुई। वहीँ पवेलियन के निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मेले में अपनी खुशियाँ मनाना एक शानदार अनुभव है।

प्रगति मैदान में जारी 36वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मंगलवार का दिन पूरी तरह झारखण्ड पवेलियन के नाम रहा। झारखण्ड प्रदेश की स्थापना के 16 वर्ष पूरे होने और आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को झारखंड पवेलियन में ख़ास समारोह आयोजित किया गया, जिसका दर्शकों ने खूब आनंद लिया।

इस अवसर पर पवेलियन में बिरसा मुंडा के जन्मदिन का केक काटा गया। पवेलियन में आने वाले सभी दर्शकों को केक और मिठाई से मुंह मीठा कराया गया। गौरतलब है क़ि बिरसा मुंडा 19वीं सदी के एक प्रमुख आदिवासी जननायक रहे। उनका जन्म 15 नवंबर को झारखण्ड के खूँटी में हुआ था। उनके नेतृत्व में 19वीं सदी के अंतिम वर्षों में मुंडाओं के महान आंदोलन ‘उलगुलान’ को अंजाम दिया गया। मुंडा समाज के लोग बिरसा को भगवन के रूप में पूजते हैं। उन्होंने मुंडा लोगों को अंग्रेजों से मुक्ति पाने के लिए मुनफ विद्रोह में भी ख़ास भूमिका निभाई थी।

इस अवसर पर झारखंड के उद्योग निदेशक के रवि कुमार ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए काफी गर्व का दिन है। आज बिरसा मुंडा जयंती तो है ही, साथ ही वर्ष 2000 में आज ही के दिन झारखण्ड एक नए प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आया था। हमें व्यापार मेले में इस ख़ुशी को मानते हुए काफी गर्व की अनुभूति हुई। वहीँ पवेलियन के निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मेले में अपनी खुशियाँ मनाना एक शानदार अनुभव है।

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